थायराइड―Full details

Control Thyroid With Ayurvedic Remedies : इन दिनों थायराइड काफी आम समस्या हो चुकी है। भारत की करीब 40 फीसदी महिलाएं थायराइड से जूझ रही हैं। पुरुषों की तुलना में महिलाओं को थायराइड की समस्या काफी ज्यादा हो रही है। थायराइड होने का कारण अत्यधिक दवाओं का सेवन, स्ट्रेस में रहना, शरीर में आयोडीन की कमी इत्यादि हो सकता है। इससे ग्रसित होने पर मोटापा, बालों का  झड़ना, स्ट्रेस, शरीर में सूजन इत्यादि परेशानी हो सकती है। थायराइड की समस्या अगर किसी व्यक्ति को हो जाए, तो इससे हमेशा के लिए छुटकारा पाना काफी मुश्किल हो जाता है।

हालांकि, कुछ दवाओं और घरेलू उपचार के माध्यम से थायराइड में होने वाली परेशानियों को कंट्रोल करने की कोशिश की जाती है। अगर आपको थायराइड की परेशानी है, तो इस परेशानी को कंट्रोल करने के लिए आप कुछ आयुर्वेदिक उपायों का सहारा ले सकते हैं।

 थायराइड में क्या परेशानी होती है?

इसके लक्षणों की बात करें तो वजन तेजी से बढ़ना, गर्दन में सूजन, हमेशा थकान , गुस्सा आना, स्किन ड्राई होना , ठंड लगना और डिप्रेशन होना शामिल है। दूसरा हाइपोथायराइड( Hypothyroid) होता है जो वजन तेजी से गिरता जाता है। इसके लक्षणों की बात करें तो वजन घटना, तेज धड़कन , कमजोरी, बालों का झड़ना, पसीना ज्यादा आना है।

थायराइड के शुरुआती लक्षण क्या होते हैं?

Thyroid Symptoms: मामूली नहीं हैं महिलाओं में अक्सर दिखने वाले ये 7 लक्षण, हो सकते हैं थायराइड के संकेत
  • थायराइड का क्या रोल है? ...
  • ​वजन घटाने या बढ़ाने का स्पष्टीकरण न होना ...
  • ​थकान और कमजोरी ...
  • ​गर्दन के पास वाली स्किन की सिलवटों का ब्लैक होना ...
  • ​चिंता, घबराहट और ब्रेन फोग ...
  • ​अच्छी नींद लेने में कठिनाई

थायराइड कितने दिन में ठीक हो जाता है?

एक दिन में ज्यादा तकलीफ नहीं होगी। लेकिन दूसरे दिन आपको सही समय पर सही डोज लेना बहुत ज्यादा जरूरी है। इसके साथ ही डॉक्टर यह कहते हैं कि कुछ लोग थायराइड की दवाई अल्टरनेट डेज में लेते हैं।

थायराइड का कैसे पता चलता है?

सामान्य तौर पर, गर्दन की जांच को थायराइड रोग की पहचान करने का सबसे सटीक या विश्वसनीय तरीका नहीं माना जाता है। कई लोगों को अपने थाइराइड का पता देर से चलता है और तब तक लक्षण काफी बढ़ चुके होते हैं। इसलिए सबसे सही है कि आप घर पर अपने थाइराइड ग्लैंड और नोड्यूल की जांच करें।

थायराइड क्या खाने से बढ़ता है?

थायरॉइड बढ़ने पर क्या खाएं?
  • हाई कैलोरी फूड (फुल क्रीम दूध और उससे बनी दही, पनीर, चीकू, केला, खजूर)
  • उच्च प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थ (दाल, राजमा, दही, अंडा, मछली आदि)
  • बादाम, अखरोट, पिस्ता, मूंगफली
  • सफेद तिल, अलसी के बीज, सूरजमुखी के बीज, खरबूजे के बीज
  • सब्जियों में फूलगोभी, ब्रोकली आदि

क्या Thyroid पूरी तरह ठीक हो सकता है?

शुरुआती स्तर पर पहचान होने पर थायरॉइड को न सिर्फ आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है, बल्कि इससे छुटकारा भी मिल जाता है। पर देर से पहचान होने पर ताउम्र दवा का सेवन करना पड़ सकता है। थायरॉइड की जांच ब्लड टेस्ट से की जाती है। ब्लड में टी थ्री, टी फोर एवं टीएसएच (थायरॉइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन) टेस्ट किया जाता है।

क्या थायराइड में चाय पीना चाहिए?

चाय या कॉफी का सेवन थायरॉइड के मरीजों को नुकसान पहुंचा सकता है. ज्यादा मात्रा में तो इन चीजों को बिल्कुल न पिएं. इन चीजों में कैफीन होता है और दवाई लेने के तुरंत बाद कैफीन के सेवन से बीमारी बढ़ सकती है. वहीं कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ और दवाईयों के बीच भी कम से कम 4 घंटे का अंतर होना चाहिए

Control Thyroid With Ayurvedic Remedies : इन दिनों थायराइड काफी आम समस्या हो चुकी है। भारत की करीब 40 फीसदी महिलाएं थायराइड से जूझ रही हैं। पुरुषों की तुलना में महिलाओं को थायराइड की समस्या काफी ज्यादा हो रही है। थायराइड होने का कारण अत्यधिक दवाओं का सेवन, स्ट्रेस में रहना, शरीर में आयोडीन की कमी इत्यादि हो सकता है। इससे ग्रसित होने पर मोटापा, बालों का  झड़ना, स्ट्रेस, शरीर में सूजन इत्यादि परेशानी हो सकती है। थायराइड की समस्या अगर किसी व्यक्ति को हो जाए, तो इससे हमेशा के लिए छुटकारा पाना काफी मुश्किल हो जाता है।  हालांकि, कुछ दवाओं और घरेलू उपचार के माध्यम से थायराइड में होने वाली परेशानियों को कंट्रोल करने की कोशिश की जाती है। अगर आपको थायराइड की परेशानी है, तो इस परेशानी को कंट्रोल करने के लिए आप कुछ आयुर्वेदिक उपायों का सहारा ले सकते हैं।   थायराइड में क्या परेशानी होती है? इसके लक्षणों की बात करें तो वजन तेजी से बढ़ना, गर्दन में सूजन, हमेशा थकान , गुस्सा आना, स्किन ड्राई होना , ठंड लगना और डिप्रेशन होना शामिल है। दूसरा हाइपोथायराइड( Hypothyroid) होता है जो वजन तेजी से गिरता जाता है। इसके लक्षणों की बात करें तो वजन घटना, तेज धड़कन , कमजोरी, बालों का झड़ना, पसीना ज्यादा आना है।  थायराइड के शुरुआती लक्षण क्या होते हैं? Thyroid Symptoms: मामूली नहीं हैं महिलाओं में अक्सर दिखने वाले ये 7 लक्षण, हो सकते हैं थायराइड के संकेत ​थायराइड का क्या रोल है? ...  ​वजन घटाने या बढ़ाने का स्पष्टीकरण न होना ...  ​थकान और कमजोरी ...  ​गर्दन के पास वाली स्किन की सिलवटों का ब्लैक होना ...  ​चिंता, घबराहट और ब्रेन फोग ...  ​अच्छी नींद लेने में कठिनाई थायराइड कितने दिन में ठीक हो जाता है? एक दिन में ज्यादा तकलीफ नहीं होगी। लेकिन दूसरे दिन आपको सही समय पर सही डोज लेना बहुत ज्यादा जरूरी है। इसके साथ ही डॉक्टर यह कहते हैं कि कुछ लोग थायराइड की दवाई अल्टरनेट डेज में लेते हैं।  थायराइड का कैसे पता चलता है? सामान्य तौर पर, गर्दन की जांच को थायराइड रोग की पहचान करने का सबसे सटीक या विश्वसनीय तरीका नहीं माना जाता है। कई लोगों को अपने थाइराइड का पता देर से चलता है और तब तक लक्षण काफी बढ़ चुके होते हैं। इसलिए सबसे सही है कि आप घर पर अपने थाइराइड ग्लैंड और नोड्यूल की जांच करें।  थायराइड क्या खाने से बढ़ता है? थायरॉइड बढ़ने पर क्या खाएं? हाई कैलोरी फूड (फुल क्रीम दूध और उससे बनी दही, पनीर, चीकू, केला, खजूर) उच्च प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थ (दाल, राजमा, दही, अंडा, मछली आदि) बादाम, अखरोट, पिस्ता, मूंगफली सफेद तिल, अलसी के बीज, सूरजमुखी के बीज, खरबूजे के बीज सब्जियों में फूलगोभी, ब्रोकली आदि क्या Thyroid पूरी तरह ठीक हो सकता है? शुरुआती स्तर पर पहचान होने पर थायरॉइड को न सिर्फ आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है, बल्कि इससे छुटकारा भी मिल जाता है। पर देर से पहचान होने पर ताउम्र दवा का सेवन करना पड़ सकता है। थायरॉइड की जांच ब्लड टेस्ट से की जाती है। ब्लड में टी थ्री, टी फोर एवं टीएसएच (थायरॉइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन) टेस्ट किया जाता है।  क्या थायराइड में चाय पीना चाहिए? चाय या कॉफी का सेवन थायरॉइड के मरीजों को नुकसान पहुंचा सकता है. ज्यादा मात्रा में तो इन चीजों को बिल्कुल न पिएं. इन चीजों में कैफीन होता है और दवाई लेने के तुरंत बाद कैफीन के सेवन से बीमारी बढ़ सकती है. वहीं कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ और दवाईयों के बीच भी कम से कम 4 घंटे का अंतर होना चाहिए



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